
दोस्ती
आपको भूलकर क्या होगी दिल कि हालात
किसी आईने पर पत्थर गिराकर देखो,
०००००००
हम नजरो से दूर है आखो से नहींहम ख्याबो से दूर है ख्यालो से नहीं,
हम दिल से दूर है,धडकन से नहीं
हम आप से दूर है आपकी यादो से नहीं,
०००००००
करीब से तुझे जाना तो अपना पाया
तुझे दोस्ती में आजमाया तो अपना पाया
तुझे क्या नाम दूं ये समझ नहीं आया
दोस्ती जिंदगी है या अपना साया,
०००००००
दोस्ती एक शब्द नहीं जो कहा जाए
रूह नहीं जो मिट जाए,
सफर नहीं जो मुकाम पाए
दोस्ती तो वो एहसास है,
जिसके लिए जिया जाए
तो जिंदगी भी कम पड़ जाए,
०००००००
दोस्ती और बारिश दोनों एक से होते है
वो हमेशा यादगार होते है,
फर्क सिर्फ इतना है कि
बारिश के साथ रहकर तन भीग जाता है,
और दोस्त से दूर रहकर आखे भीग जाती है,
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dheerendra..
हम नजरो से दूर है आखो से नहीं
जवाब देंहटाएंहम ख्याबो से दूर है ख्यालो से नहीं
हम दिल से दूर है,धडकन से नहीं
हम आप से दूर है आपकी यादो से नहीं... komal bhaavo ki ek khubsurat abhivaykti....
बहुत सुन्दर वाह!
जवाब देंहटाएंदोस्ती सच्ची हो तो उससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता है।
जवाब देंहटाएंदोस्ती एक शब्द नहीं जो कहा जाए
जवाब देंहटाएंरूह नहीं जो मिट जाए,
सफर नहीं जो मुकाम पाए
दोस्ती तो वो एहसास है,
जिसके लिए जिया जाए
तो जिंदगी भी कम पड़ जाए,...koi shak nahi
वाह...बेजोड़ भावाभिव्यक्ति...बधाई स्वीकारें
जवाब देंहटाएंनीरज
सभी शब्दचित्र बहुत बढ़िया है जी!
जवाब देंहटाएंहम नजरो से दूर है आखो से नहीं
जवाब देंहटाएंहम ख्याबो से दूर है ख्यालो से नहीं,
हम दिल से दूर है,धडकन से नहीं
हम आप से दूर है आपकी यादो से नहीं ..
लाजवाब हैं सभी मुक्तक .. एक से बढ़ के एक ... क्या कमाल किया है ...
पाक दामन पाकीज़ा रचना मनोहर और आश्वस्त करती जीवन के प्रति उम्मीद पैदा करती .वरना बेगानों की इस दुनिया में रख्खा क्या है .
जवाब देंहटाएंअति सुन्दर ||
जवाब देंहटाएंसभी महानुभावों का दिल से आभार,...
जवाब देंहटाएंमेरा मुख्य ब्लॉग "काव्यांजलि"है आपका स्वागत है
बहुत बढ़िया .......
जवाब देंहटाएंwah bahut hi sunder .dosti god ka diya sabse khoobsurat tohfa
जवाब देंहटाएंवाह!
जवाब देंहटाएंदोस्ती हो तो ऐसी ही हो!
दोस्ती के सुंदर चित्र, सभी एक से बढ़कर एक.
जवाब देंहटाएंदोस्ती के शब्दचित्र मन को भा गए. बहुत खूब.
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति के लिए बहुत बहुत आभार
जवाब देंहटाएंदोस्ती पर सुंदर रचना।
जवाब देंहटाएंवाह ...बहुत खूब ।
जवाब देंहटाएंसभी महानुभावों का आभार....
जवाब देंहटाएंकाव्यांजलि
आपने दोस्ती पर बहुत ही सुंदर लिखा है .यह वो रिस्ता है की जो बयां नहीं किया जा सकता ,,,,,,,,,,,,,,,,,
जवाब देंहटाएंवाह ...बहुत खूब ....
जवाब देंहटाएंभीगो दिया आपने।
जवाब देंहटाएंमेरी रचना पढ़ने के लिए जनता सबक सिखायेगी मे click करे
जवाब देंहटाएंआपके इस सुन्दर प्रविष्टि की चर्चा आज दिनांक 19-12-2011 को सोमवारीय चर्चा मंच पर भी होगी। सूचनार्थ
जवाब देंहटाएंदोस्ती एक शब्द नहीं जो कहा जाए
जवाब देंहटाएंरूह नहीं जो मिट जाए,
सफर नहीं जो मुकाम पाए
दोस्ती तो वो एहसास है,
जिसके लिए जिया जाए
तो जिंदगी भी कम पड़ जाए,bahut sahi baat
वाह! सुन्दर ....
जवाब देंहटाएंसादर बधाई...
तभी मैं सोचूं कि क्यों कई लोग पत्नी पर कम और दोस्तों पर समय ज्यादा देते देखे गए हैं!
जवाब देंहटाएंsundar rachna .sahi likha hae ki dosti se badhakar koi rishta nahin hae
जवाब देंहटाएंsundar prastuti....
जवाब देंहटाएंबारिश के साथ रहकर तन भीग जाता है,
जवाब देंहटाएंऔर दोस्त से दूर रहकर आखे भीग जाती है,...
कमाल कमाल कमाल..!
हम नजरो से दूर है आखो से नहीं
जवाब देंहटाएंहम ख्याबो से दूर है ख्यालो से नहीं,
हम दिल से दूर है,धडकन से नहीं
हम आप से दूर है आपकी यादो से नहीं,
बहुत ही अच्छी प्रस्तुति ।
मेरा शौक
मेरे पोस्ट में आपका इंतजार है,नई रोशनी में सारा जग जगमगा गया |
नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ.
* नया साल मुबारक हो आप सभी को *
दोस्ती तो वो एहसास है,
जवाब देंहटाएंजिसके लिए जिया जाए
तो जिंदगी भी कम पड़ जाए,waah bahut badhiyaa.
हम नजरो से दूर है आखो से नहीं
जवाब देंहटाएंहम ख्याबो से दूर है ख्यालो से नहीं,
हम दिल से दूर है,धडकन से नहीं
हम आप से दूर है आपकी यादो से नहीं,khoobsurat zazvat.....
bahut khub.
जवाब देंहटाएंwah re dosti...:)\
जवाब देंहटाएंbehtareen!
dosti ki sabhi lekhni umda ..bahut accha laga aapki post par aakar .....aapki doosari post fuhar nahi khul rahai hai .
जवाब देंहटाएंwwah! kya baat hai dosti ka kitna sundar varnan kiya ,bahut hi umda rachna....bdhaai sweekaren
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