गीता में श्रीकृष्ण का
अर्जुन को उपदेश
आत्मा,अजर-अमर है-
प्राणी मरता नही है,केवल चोला बदलता है,
पुराने चोले को छोड़कर
नये चोले में प्रवेश करता है,
व्याख्यान सुनकर,
वाहन चालको ने
अर्जुन को उपदेश
आत्मा,अजर-अमर है-
प्राणी मरता नही है,केवल चोला बदलता है,
पुराने चोले को छोड़कर
नये चोले में प्रवेश करता है,
व्याख्यान सुनकर,
वाहन चालको ने
लापरवाही कर
दुर्घटनाओं की झड़ी लगा दी,
अभियोग लगने पर दलील दी-
हमने कोई जुर्म नही किया!
चोले बदलने की,
प्रक्रिया में मदद ही की....
दुर्घटनाओं की झड़ी लगा दी,
अभियोग लगने पर दलील दी-
हमने कोई जुर्म नही किया!
चोले बदलने की,
प्रक्रिया में मदद ही की....
धीरेन्द्र सिंह भदौरिया.....
बढ़िया व्यंग... आभार
जवाब देंहटाएंअदभुत--बहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई
बहुत ही व्यंगात्मक प्रस्तुती,बहुत ही सुन्दर।
जवाब देंहटाएंhahaha,wah sir kya baat hai
जवाब देंहटाएंगुज़ारिश : ''......यह तो मौसम का जादू है मितवा......''
वाह...सुन्दर प्रस्तुति...बहुत बहुत बधाई...
जवाब देंहटाएंwaah bahut sundar ....
जवाब देंहटाएंवाह.....
जवाब देंहटाएंसही है !
बाह, एक दम सही .
जवाब देंहटाएंअद्भुत , अति उत्तम हर शब्द - शब्द में अंतर मन का समावेश बहुत खूब
जवाब देंहटाएंमेरी नई रचना
खुशबू
प्रेमविरह
bhagwaan ki baat ka anusaran to kar liye lekin bhool gaye ki vo bhagwan nahi hain.
जवाब देंहटाएंDAMDAR PRASTUTI,BAHUT KHOOB
जवाब देंहटाएंवाह जी वाह बहुत सुन्दर.
जवाब देंहटाएंनीरज'नीर'
कव्य्सुधा
वाह क्या बात है। सही है सर जी!
जवाब देंहटाएंअधुरा ज्ञान ,भगवान बन
जवाब देंहटाएंलिया कई जान !!
बहुत सुंदर!शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति!
जवाब देंहटाएंमहाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएँ !
सादर
आज की मेरी नई रचना आपके विचारो के इंतजार में
अर्ज सुनिये
JAI SHRI KRISHNA
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंसादर जन सधारण सुचना आपके सहयोग की जरुरत
जवाब देंहटाएंसाहित्य के नाम की लड़ाई (क्या आप हमारे साथ हैं )साहित्य के नाम की लड़ाई (क्या आप हमारे साथ हैं )
क्या बात है व्यंग्य की सभी सीमाओं के पार निकल आये आप .
जवाब देंहटाएंबहुत सुद्नर आभार आपने अपने अंतर मन भाव को शब्दों में ढाल दिया
जवाब देंहटाएंआज की मेरी नई रचना आपके विचारो के इंतजार में
एक शाम तो उधार दो
आप भी मेरे ब्लाग का अनुसरण करे
भगवान बुद्ध ने इसीलिये कहा है कि कहने वाला कुछ भी कहना चाह रहा हो, पर सामने वाला समझता अपने हिसाब से ही है. बहुत बेहतरीन व्यंग किया आपने, शुभकामनाएं.
जवाब देंहटाएंरामराम.
सही उदाहरण
हटाएंvery nice ...kudos!!!!
जवाब देंहटाएंplz . visit http://swapnilsaundarya.blogspot.in
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awesome-***
जवाब देंहटाएंअत्यंत तिखा व्यंग्य। वाहन वालक सच में यमदूत है। लाफरवाही और बेहया की मर्यादाएं लांघी जाती है। सफल मिथकीय प्रयोग के साथ सार्थक कविता।
जवाब देंहटाएंdrvtshinde.biogspot.com
ati sundar ,sadar
जवाब देंहटाएंवाह! लाजवाब लिखा आपने | आभार
जवाब देंहटाएंकभी यहाँ भी पधारें और लेखन भाने पर अनुसरण अथवा टिपण्णी के रूप में स्नेह प्रकट करने की कृपा करें |
Tamasha-E-Zindagi
Tamashaezindagi FB Page
मजा आ गया.
जवाब देंहटाएंसर्वोत्त्कृष्ट, अत्युत्तम लेख आभार
जवाब देंहटाएंहिन्दी तकनीकी क्षेत्र कुछ नया और रोचक पढने और जानने की इच्छा है तो इसे एक बार अवश्य देखें,
लेख पसंद आने पर टिप्प्णी द्वारा अपनी बहुमूल्य राय से अवगत करायें, अनुसरण कर सहयोग भी प्रदान करें
MY BIG GUIDE
बहुत बेहतरीन व्यंग किया आपने
जवाब देंहटाएंशुभकामनाएं
लाजवाब !!!
जवाब देंहटाएंकभी यहाँ भी पधारें और लेखन भाने पर अनुसरण अथवा टिपण्णी के रूप में स्नेह प्रकट करने की कृपा करें |
Tamasha-E-Zindagi
Tamashaezindagi FB Page
कब शब्दों में सटीक बात कहने का सुन्दर अंदाज़ |
जवाब देंहटाएंसार्थक रचना |
बहुत खूबसूरत ,लाजवाब
जवाब देंहटाएंअजी सृष्टि चक्र में ऐसा ही लिखा होगा आपकी मत मारी जायेगी .या फिर आप पुरानी दुनिया की सफाई में मददगार रहे हैं .ॐ शान्ति .
जवाब देंहटाएंसुंदर अभिव्यक्ति....आज के लोग बतंगड़ बनाने में माहिर हैं ही
जवाब देंहटाएंसुंदर !
जवाब देंहटाएंबहुत खूबसूरत ,लाजवाब
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर अभिव्यक्ति ....
जवाब देंहटाएंji sundar vyang ..purv bhi padhi thee aapki yah rachna .. aaj fir yaad aa gayi... Sadar
जवाब देंहटाएंkya baat hai ....apne apne argument!!!!
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर रचना...सीधे दिल को छू लेती है..
जवाब देंहटाएंछोटा, सुंदर, सटीक
जवाब देंहटाएंsir ---bahut hi sateek vyng---
जवाब देंहटाएंsadar pranaam
poonam
waah ..khatarnaak samajh ....
जवाब देंहटाएंक्या गज़ब का व्यंग्य है .
जवाब देंहटाएंवाह बढ़िया व्यंग ... :) असली उपदेश उन्होंने ही पढ़ा
जवाब देंहटाएंवाह बढ़िया व्यंग ... :) असली उपदेश उन्होंने ही पढ़ा
जवाब देंहटाएंhahahah
जवाब देंहटाएंbadhiya vyangya
जबरदस्त व्यंग्य ...विचारणीय ..सब अपने ढंग से ही विवेचना कर जाते हैं
जवाब देंहटाएंभ्रमर ५
बहुत अच्छा....
जवाब देंहटाएंhttp://savanxxx.blogspot.in